Friday, December 11, 2009

हकीकत का आशियाना

फूल मुझे पसंद नहीं,
मै कांटो का दीवाना हू!
मै जलने वाली आग नहीं,
जल जाने वाला परवना हु!
ख्वाब मुझे पसंद नहीं,
मै हकीकत का आशियाना हु!
मै मिटने  वाली हसरत नहीं,
जीने वाला अफसाना हु!
मै थमने वाला वक़्त नहीं,
न छु पाने वाला किनारा हु!
मै रूकने वाली सांस नहीं,
सदा दिल  मे धडकने वाला सहारा हु!...
निगाहे बचाकर जो चलते है हमसे,
कभी उनको हमसे मोहोब्बत हुई थी
जो महबूब से अजनबी हो गए है
कभी उनको हमसे मोहोब्बत हुई थी.
तुझे खोना भी मुश्कील है,
तुझे पाना भी मुश्कील है.
जरा सी बात पर आंखें भीगो के बैठ जाते हो,
तुझे अब अपने दिल का हाल बताना भी मुश्किल है,
उदासी तेरे चहरे पे गवारा भी नहीं लेकीन,
तेरी खातिर सितारे  तोड़ कर लाना भी मुश्किल है,
यहाँ लोगों ने खुद पे परदे इतने डाल रखे हैं,
किस  के दिल में क्या है नज़र आना भी मुश्किल है,
तुझे जिंदगी भर याद रखने की कसम तो नहीं ली,
पर एक पल के लिए तुझे भुलाना भी मुश्किल है .

Friday, November 20, 2009

एक बोध कथा

जीवन में जब सब कुछ एक साथ और जल्दी - जल्दी करने की इच्छा होती है , सब कुछ तेजी से पा लेने की इच्छा होती है , और हमें लगने लगता है कि दिन के चौबीस घंटे भी कम पड़ते हैं , उस समय ये बोध कथा , " काँच की बरनी और दो कप चाय " हमें याद आती है ।


दर्शनशास्त्र के एक प्रोफ़ेसर कक्षा में आये और उन्होंने छात्रों से कहा कि वे आज जीवन का एक महत्वपूर्ण पाठ पढाने वाले हैं ...


उन्होंने अपने साथ लाई एक काँच की   बडी़ बरनी ( जार ) टेबल पर रखा और उसमें टेबल टेनिस की गेंदें डालने लगे और तब तक डालते रहे जब तक कि उसमें एक भी गेंद समाने की जगह नहीं बची ... उन्होंने छात्रों से पूछा - क्या बरनी पूरी भर गई ? हाँ ... आवाज आई ... फ़िर प्रोफ़ेसर साहब ने छोटे - छोटे कंकर उसमें भरने शुरु किये h धीरे - धीरे बरनी को हिलाया तो काफ़ी सारे कंकर उसमें जहाँ जगह खाली थी , समा गये , फ़िर से प्रोफ़ेसर साहब ने पूछा , क्या अब बरनी भर गई   है , छात्रों ने एक बार फ़िर हाँ ... कहा अब प्रोफ़ेसर साहब ने रेत की थैली से हौले - हौले उस बरनी में रेत डालना शुरु किया , वह रेत भी उस जार में जहाँ संभव था बैठ गई , अब छात्र अपनी नादानी पर हँसे ... फ़िर प्रोफ़ेसर साहब ने पूछा , क्यों अब तो यह बरनी पूरी भर गई ना ? हाँ .. अब तो पूरी भर गई है .. सभी ने एक स्वर में कहा .. सर ने टेबल के नीचे से चाय के दो कप निकालकर उसमें की चाय जार में डाली , चाय भी रेत के बीच स्थित थोडी़ सी जगह में सोख ली गई ...

प्रोफ़ेसर साहब ने गंभीर आवाज में समझाना शुरु किया –

इस काँच की बरनी को तुम लोग अपना जीवन समझो ....
टेबल टेनिस की गेंदें सबसे महत्वपूर्ण भाग अर्थात भगवान , परिवार , बच्चे , मित्र , स्वास्थ्य और शौक हैं ,

छोटे कंकर मतलब तुम्हारी नौकरी , कार , बडा़ मकान आदि हैं , और
रेत का मतलब और भी छोटी - छोटी बेकार सी बातें , मनमुटाव , झगडे़ है ..

अब यदि तुमने काँच की बरनी में   सबसे पहले रेत भरी होती तो टेबल टेनिस की गेंदों और कंकरों के लिये जगह ही नहीं बचती , या कंकर भर दिये होते तो गेंदें नहीं भर पाते , रेत जरूर आ सकती थी ...

ठीक यही बात जीवन पर लागू होती है ... यदि तुम छोटी - छोटी बातों के पीछे पडे़ रहोगे और अपनी ऊर्जा उसमें नष्ट करोगे तो तुम्हारे पास मुख्य बातों के लिये अधिक समय नहीं रहेगा ... मन के सुख के लिये क्या जरूरी है ये तुम्हें तय करना है । अपने   बच्चों के साथ खेलो , बगीचे में पानी डालो , सुबह पत्नी के साथ घूमने निकल जाओ , घर के बेकार सामान को बाहर निकाल फ़ेंको , मेडिकल चेक - अप करवाओ ... टेबल टेनिस गेंदों की फ़िक्र पहले करो , वही महत्वपूर्ण है ...... पहले तय करो कि क्या जरूरी है ... बाकी सब तो रेत है ..

छात्र बडे़ ध्यान से सुन रहे थे .. अचानक एक ने पूछा , सर लेकिन आपने यह नहीं बताया कि " चाय के दो कप " क्या हैं ? प्रोफ़ेसर मुस्कुराये , बोले .. मैं सोच   ही रहा था कि अभी तक ये सवाल किसी ने क्यों नहीं किया ...

इसका उत्तर यह है कि , जीवन हमें कितना ही परिपूर्ण और संतुष्ट लगे , लेकिन अपने खास मित्र के साथ दो कप चाय पीने की जगह हमेशा होनी चाहिये ।    

( अपने खास मित्रों और निकट के व्यक्तियों को यह विचार तत्काल बाँट दो .... मैंने अभी - अभी यही किया है )

आपका मित्र

Thursday, October 29, 2009

ज़िंदगी हमेशा पाने के लिए नही होती,

ज़िंदगी हमेशा पाने के लिए नही होती,
हर बात समझाने के लिए नही होती,
याद तो अक्सर आती है आप की,
लकिन हर याद जताने के लिए नही होती
महफिल न सही तन्हाई तो मिलती है,
मिलन न सही जुदाई तो मिलती है,
कौन कहता है मोहब्बत में कुछ नही मिलता,
वफ़ा न सही बेवफाई तो मिलती है
कितनी जल्दी ये मुलाक़ात गुज़र जाती है
प्यास भुजती नही बरसात गुज़र जाती है
अपनी यादों से कह दो कि यहाँ न आया करे
नींद आती नही और रात गुज़र जाती है
उमर की राह मे रस्ते बदल जाते हैं,
वक्त की आंधी में इन्सान बदल जाते हैं,
सोचते हैं तुम्हें इतना याद न करें,
लेकिन आंखें बंद करते ही इरादे बदल जाते हैं
कभी कभी दिल उदास होता है
हल्का हल्का सा आँखों को एहसास होता है
छलकती है मेरी भी आँखों से नमी जब
तुम्हारे दूर होने का एहसास होता है
ज़िंदगी हमेशा पाने के लिए नही होती,
हर बात समझाने के लिए नही होती,
याद तो अक्सर आती है आप की,
लकिन हर याद जताने के लिए नही होती
महफिल न सही तन्हाई तो मिलती है,
मिलन न सही जुदाई तो मिलती है,
कौन कहता है मोहब्बत में कुछ नही मिलता,
वफ़ा न सही बेवफाई तो मिलती है
कितनी जल्दी ये मुलाक़ात गुज़र जाती है
प्यास भुजती नही बरसात गुज़र जाती है

पगली लड़की

अमावास की काली रातों में दिल का दरवाजा खुलता है ,
जब दर्द की प्याली रातों में गम आंसूं के संग होते हैं,
जब पिछवाडे के कमरे में हम निपट अकेले होते हैं,
जब घडियां टिक -टिक चलती हैं, सब सोते हैं, हम रोते हैं,
जब बार बार दोहराने से सारी यादें चुक जाती हैं,
जब उंच- नीच समझाने में माथे की नस दुःख जाती हैं,
तब एक पगली लड़की के बिन जीना गद्दारी लगता है,
और उस पगली लड़की के बिन मरना भी भरी लगता है ।

जब पोथे खली होते हैं, जब हर सवाली होते हैं,
जब ग़ज़लें रास नहीं आतीं, अफसाने गाली होते हैं ।
जब बासी फीकी धुप समेटें दिन जल्दी ढल जाता है
,जब सूरज का लास्खर छत से गलियों में देर से जाता है,
जब जल्दी घर जाने की इच्छा मन ही मन घुट जाती है,
जब कॉलेज से घर लाने वाली पहली बस छुट जाती है ,
जब बेमन से खाना खाने पर माँ गुस्सा हो जाती है,
जब लाख मना करने पर भी पारो पढने आ जाती है,
जब अपना हर मनचाहा काम कोई लाचारी लगता है,
तब एक पगली लड़की के बिन जीना गद्दारी लगता है,
और उस पगली लड़की के बिन मरना भी भारी लगता है।

जब कमरे में सन्नाटे की आवाज सुनाई देती है,
जब दर्पण में आँखों के नीचे झाई दिखाई देती है,
जब बडकी भाभी कहती हैं, कुछ सेहत का भी ध्यान करो,
क्या लिखते हो दिनभर, कुछ सपनों का भी सम्मान करो,
जब बाबा वाली बैठक में कुछ रिश्ते वाले आते हैं,
जब बाबा हमें बुलाते हैं, हम जाते हैं, घबराते हैं ,
जब साडी पहने एक लड़की का एक फोटो लाया जाता है,
जब भाभी हमें मानती हैं, फोटो दिखलाया जाता है,
जब सारे घर का समझाना हमको फनकारी लगता है,
तब एक पगली लड़की के बिन जीना गद्दारी लगता है,
और उस पगली लड़की के बिन मरना भी भरी लगता है।

दीदी कहती हैं उस पगली लड़की की कुछ औकात नहीं,
उसके दिल में भैया तेरे जैसे प्यारे जज्बात नहीं,
वोह पगली लड़की 9 दिन मेरे लिए भूखी रहती है,
छुप - छुप सारे व्रत करती है, पर मुझसे कभी न कहती है,
जो पगली लड़की कहती है, मैं प्यार तुम्ही से करती हूँ,
लेकिन में हूँ मजबूर बहुत, अम्मा - बाबा से डरती हूँ,
उस पगली लड़की पर अपना कुछ अधिकार नहीं बाबा,
यह कथा - कहानी किस्से हैं, कुछ भी तो सार नहीं बाबा,
बस उस पगली लड़की के संग जीना फुलवारी लगता है,
और उस पगली लड़की के भीं मरना भी भारी लगता है,

Thursday, October 22, 2009

"CTRL + ALT + DEL "

Have you ever thought of the person who invented "CTRL + ALT + DEL " key combination.
"David Bradley"
He is the One who spent 1 minute and 23 seconds in writing the source code that rescues

The world's PC users for decades This extraordinary IBM employee is retiring on Friday, 25th March 2005 after a prolong service of 29 years।

His formula forces obstinate computers to restart when they no longer follow other commands.
By 1980, Bradley was one of 12 people working to create the debut.

The engineers knew they had to design a simple way to restart the computer When it fails to respond the user Bradley wrote the code to make it work.
Bradley says. "I did a lot of other things than Ctrl-Alt-Delete, but I'm famous for that one."
His fame and success is achieved each time a PC user fails.

He Commented His relationship with Bill gates by saying
"I may have invented it, but Bill gates made it famous by applying my formula When ever any Microsoft's Windows operating system made by him CRASHES,
Thus I win when ever he looses..........."

Wednesday, September 30, 2009

वक्त गुज़र जाता है

वो यारो की महफिल,
वो मुस्कुराते पल,
दिल से जुदा है अपना बिता हुआ कल
कभी ज़िन्दगी गुज्जरती थी वक्त बिताने में,
आज वक्त गुज़र जाता है चनद कागज के नोट कमाने में......
...............................................

कोई है जो दुआ करता है,
अपनों में हमे भी गिना करता है,
बहुत खुशनसीब समझते है ख़ुद को,
दूर रह कर भी कोई याद किया करता है...
...............................................

क्यो हमे किसीकी तलाश होती है,
दिलको किसीकी आश होती है चाँद को देखो,
व्हो भी तनहा है,
जबकि उसकी चांदनी से रोज मुलाकात होती है
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कांच को चाहत थी पत्थर पाने की,
एक पल में फ़िर टूट कर बिखेर जाने की,
चाहत बस इतनी थी उस दीवाने की,
अपने हजार टुकडो में उसकी हजार तस्वीर सजाने की।

Tuesday, September 29, 2009

ज़िन्दगी एक सपना

जिंदगी एक रात है,
जिस में न जाने कितने खवाब है.
जो मिल गया वो अपना है,
जो टूट गया वो सपना है.
ये मत सोचो की जिंदगी में कितने पल है,
ये सोचो की हर पल में कितनी जिंदगी है******
So enjoy every moment.....

आदमी ढूँढ़ते हैं चैन

सपने तो जागते हुए भी
लोग बहुत देखते हैं
उनके पूरे न होने पर
अपने ही मन को सताते हैं
जो पूरे न हो सकें ऐसे सपने देखकर
पूरा न होने पर बेबसी जताते हैं
अपनी नाकामी की हवा से
अपने ही दिल के चिराग बुझाते हैं
खौफ का माहौल चारों और बनाकर
आदमी ढूँढ़ते हैं चैन
पर वह कैसे

क्या पता कल हो ना हो

आज एक बार सबसे मुस्करा के बात करो
बिताये हुये पलों को साथ साथ याद करो
क्या पता कल चेहरे को मुस्कुराना
और दिमाग को पुराने पल याद हो ना हो

आज एक बार फ़िर पुरानी बातो मे खो जाओ
आज एक बार फ़िर पुरानी यादो मे डूब जाओ
क्या पता कल ये बाते
और ये यादें हो ना हो

आज एक बार मन्दिर हो आओ
पुजा कर के प्रसाद भी चढाओ
क्या पता कल के कलयुग मे
भगवान पर लोगों की श्रद्धा हो ना हो

बारीश मे आज खुब भीगो
झुम झुम के बचपन की तरह नाचो
क्या पता बीते हुये बचपन की तरह
कल ये बारीश भी हो ना हो

आज हर काम खूब दिल लगा कर करो
उसे तय समय से पहले पुरा करो
क्या पता आज की तरह
कल बाजुओं मे ताकत हो ना हो

आज एक बार चैन की नीन्द सो जाओ
आज कोई अच्छा सा सपना भी देखो
क्या पता कल जिन्दगी मे चैन
और आखों मे कोई सपना हो ना हो

क्या पता
कल हो ना हो

Monday, September 28, 2009

Life is so UNPREDICTABLE "C"

NEVER THINK YOU KNOW IT ALL IT'S SO UNPREDICTABLE

640K ought to be enough for anybody…
-- Bill Gates, 1981
Airplanes are interesting toys, but they have no military value…
-- Marshal Ferdinand Foch in 1911

Computers in the future may weigh no more than 1।5 tons…
-- Popular Mechanics

Everyone is at peace and happy and they all hop around from cloud…
-- Britney Spears, on heaven

Everything that can be invented has been invented…
-- Charles H Duell

I loved Jordan। He was one of the greatest athletes…
-- Mariah Carey, on death of King of Jordan

In 1939 The New York Times said the problem of TV was that people had to glue their eyes...

It doesn't matter what he does, he will never amount to anything…
-- Albert Einstein's teacher

Thursday, September 24, 2009

Golden words are not repeated

Golden words are not repeated
1) what is the Secret of SUCCESS....? "RIGHT DECISIONS"
How do you make Right Decisions... ? "EXPERIENCE"
How do you get Experience.. ..? "WRONG DECISIONS”
Dr. ABDUL KALAM

2) Without your involvement you can't succeed. With your involvement you can't fail..
Dr. ABDUL KALAM

3) you are not responsible for what people think about you.
But you are responsible for what you give them to think about you.
STANLEY FERRARD

4)A man is lucky if he is the first love of a Woman.
A woman is lucky if she is the last love of a man.
CHARLES DICKENS

5) Write your sad times in Sand, Write your Good times in Stone.
GEORGE BERNARD SHAW

6) Behind every successful man, there is an untold pain in his heart.
BILL JACOBS

7) It’s better to lose your Ego to the one you Love,
Than to lose the one you LOVE because of EGO.
JOHN KEATS

8) Don’t make promise when you are in JOY...
Don't reply when you are SAD.
Don't take decisions when you are ANGRY….
Think twice, Act wise.

दर्द की हद से गुज़रना

सफर में धुप तो होगी जो चल सको तो चलो
सभी है भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो,

यहाँ कोई किसी को रास्ता नही देता
मुझे गिरा के तुम संभल सको तो चलो.

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ढल गया आफताब साकी
ला पिला दे शराब साकी
मैकदा छोड़ कर कहा जाए
है ज़माना ख़राब ए साकी
जाम भर दे गुनाह्गारो के
है ये भी एक सवाब ए साकी


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दर्द की हद से गुज़रना तो अभी बाकी है

टूट के मेरा बिखरना तो अभी बाकी है,
पास आकार मेरा दुखदर्द बतानेवाले

मुझसे कतरा के गुज़रना तो अभी बाकी है

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आँखों में रहा दिल में उतर कर नही देखा

कसती के मुसाफिर ने कभी समंदर नही देखा,
बेवक्त अगर जाऊंगा सब चौक पड़ेंगे

मुद्दत हुई दिन में कभी घर नही देखा

Friday, September 18, 2009

Zindagi hai to Khwaab Hai

Zindagi hai to Khwaab Hai
__Khwaab Hai To Manzilein Hai
____Manzilein Hai To Fasaley Hai
__________Fasaley Hai To Rastey Hai
_____________Rastay Hai To Mushkilein Hai
___________________Mushkilein Hai To Hausla Hai
_________________________Hausla Hai To Vishawas Hai
_____________________________Vishvas hai to Paisa hai
_______________________________Paisa hai to Shohrat hai
_____________________________________Shohrat hai to Izzat Hai
_________________________________________Izzat hai to Ladki hai
______________________________________Ladki hai to Tension hai
_______________________________Tension hai to Concern hai
__________________________Concern hai to a Khayaal hai
______________________Khayaal hai to Khwaab hai
_________________Khawab hai to Growth hai
__________Growth hai to Zindagi hai
______Zindagi hai to khwaab hai
__Matlab duniya Gol Gol hai
Bas ghumnewala chahiye

Thursday, September 10, 2009

Monday, August 24, 2009

इंतज़ार में उनके


न आया तरस उन्हें भूल कर भी कभी..
की ख़ाक हो चले हम इंतज़ार में उनके…

वक्त की न कुछ भी कदर उन्हें…
सांझ से फिर हो चली सेहर, इंतज़ार में उनके..

आयेंगे तो कुछ ऐसी अदा से वोह..
की कुछ किया नही, इंतज़ार ने उनके..

बेबस दिल की सदा तो देखिये..
शिकवा भी न कर पाये हम, इंतज़ार में उनके..

आँसू भी पूछ कर आते हैं.. की आ जाएँ क्या हम..
भीगी पलकें बर्दाश्त नही उन्हें, इंतज़ार में उनके..

कत्ल करते हैं वोह, और सज़ा भी हमें ही सुनाते हैं..
अब तो फ़ना हो चले हम, इंतज़ार में उनके

Friday, August 21, 2009

आयेगी जब मेरी याद

चले जाओगे बेशक मेरी ज़िन्दगी से,
मगर इस दिल से किस तरह जाओगे,
आयेगी जब मेरी याद ,
आंसू बहाओगे , चाहोगे मुझसे मिलना,
पर मिल नही पाओगे, पूछेगा कोई मेरे बारे में ,
गलती मेरी बताओगे, होंगे तुम्हारी महफिल में सभी ,
मगर हमे नही पाओगे,
महफिल में रहकर भी तनहा हो जाओगे,
सोचोगे जब मेरे बारे में तो फिर पछताओगे,
मेरी नज़र में हमेशा बेवफा कहलाओगे,
माना की बना लोगे एक और दोस्त ………… ॥

मगर हमे कहाँ से लायोगे ……

कुछ दिल से

मैं किसी और का हूँ इतना बता कर रोये
वो मुझे मेहँदी लगे हाथ दिखा कर रोये
मुझे अंजाम ऐ मोहब्बत नही मालूम हरगिज़
ये कहा और मुझे सीने से लगा कर रोये
जो मुझे ज़ब्त की तलकीन किया करता था
वो जमाने को मेरा हाल सुना कर रोया
आंसू बन कर निकल न जाऊँ कहीं, इस डर से
अपने अश्कों को वो आंखों में छुपा कर रोया
वस्ल का आखरी लम्हा जो मुयस्सर था हमें
उसी लम्हे में वो सदियों को समां कर रोया......

PROUD TO BE AN INDIAN



Let the world know what we for. There are 3.22 Million Indians in America. 38% of Doctors in America are Indians. 12% of Scientists in America are Indians. 36% of NASA employees are Indians. 34% of MICROSOFT employees are Indians. 28% of IBM employees are Indians. 17% of INTEL employees are Indians. 13% of XEROX employees are Indians. You may know some of these facts. These facts were recently published in a German Magazine, which deals with WORLD HISTORY FACTS ABOUT INDIA. India never invaded any country in her last 100000 years of history. India invented the Number System. Aryabhatta invented zero. The World's first university was established in Takshila in 700BC.More than 10,500 students from all over the world studied more than 60 subjects. The University of Nalanda built in the 4th century BC was one of the greatest achievements of ancient India in the field of education. Sanskrit is the mother of all the European languages. Sanskrit is the most suitable language for computer software reported in Forbes magazine, July 1987. Ayurveda is the earliest school of medicine known to humans. Charaka, the father of medicine consolidated Ayurveda 2500 years ago. Today Ayurveda is fast regaining its rightful place in our civilization. Although modern images of India often show poverty and lack of development, India was the richest country on earth until the time of British invasion in the early 17th Century. The art of Navigation was born in the river Sindh 6000 years ago. The very word Navigation is derived from the Sanskrit word NAVGATIH. The Word navy is also derived from Sanskrit 'Nou' Bhaskaracharya calculated the time taken by the earth to orbit the sun hundreds of years before the astronomer Smart.; Time taken by earth to orbit the sun: (5th century) 365.258756484 days. Budhayana first calculated the value of pi, and he explained the concept of what is known as the Pythagorean Theorem. He discovered this in the 6th century long before the European mathematicians Algebra, trigonometry and calculus came from India; Quadratic equations were by Sridharacharya in the 11th century ; The largest numbers the Greeks and the Romans used were 10 6(10 to the power of 6) whereas Hindus Used numbers as big as 1053 (10 to the power of 53) with specific names as Early as 5000 BCE during the Vedic period. Even today, the largest used number is Tera 1012(10 to the power of 12). According to the Gemological Institute of America, up until 1896,India was the only source for diamonds to the world. USA based IEEE has proved what has been a century-old suspicion in the world scientifi community that the pioneer of Wireless communication was Prof. Jagdeesh Bose and not Marconi The earliest reservoir and dam for irrigation was built in Saurashtra. According to Saka King rudradaman I of 150 CE a beautiful lake called 'Sudarshana' was constructed on the hills of Raivataka during Chandragupta Maurya's time. Sushruta is the father of surgery. 2600 years ago he and health scientists of his time conducted complicated surgeries like cesareans, cataract, artificial limbs, fractures, urinary stones and even plastic surgery and brain surgery. Usage of anesthesia was well known in ancient India. Over 125 surgical equipment were used. Deep knowledge of anatomy, etiology, embryology, digestion, metabolism, genetics and immunity is also found in many texts. When many cultures were only nomadic forest dwellers over 5000 years ago, Indians established Harappan culture in Sindhu Valley (Indus Valley Civilization) The place value system, the decimal system was developed in India in 100 BC. Albert Einstein said: We owe a lot to the Indians, who taught us how to count, without which no worthwhile scientific discovery could have been made. Mark Twain said: India is the cradle of the human race, the birthplace of human speech, the mother of history, the grandmother of legend, and the great grand mother of tradition. Our most valuable and most structive materials in the history of man are treasured up in India only. All the above is just the TIP of the iceberg, the list could be endless. BUT, if we don't see even a glimpse of that great India in the India That we see today, it clearly means that we are not working up to our Potential and that if we do, we could once again we could be an evershining country setting a bright path for rest of the world to follow. I Hope you enjoyed it and work towards the welfare of INDIA. PROUD to be an INDIAN.

कुछ अनकही


अनकही तो प्यार में दिल की जुबान होती हे ,
सची चाहत तो सदा बेजुबान होती हे ,
प्यार में दर्द भी मिले तो क्या घबराना ,
सुना हे दर्द से चाहत और जावा होती हे
.....................................................

जाने क्या सोच कर लहरे साहिल से ,
टकरा के लौट जाती हे ,
समझ में नही आता वो किनारे से बेवफाई करती हे ,
या लौट कर समुन्दर से वफ़ा निभाती हे
... .....................................................

मेरे हाथों से गिर गई लकीरे कही ,
भूल आए हम आपनी तकदीरे कही ,
अगर मिले तुमको कही तू उठा लेना ,
मेरे हिस्से की हर खुशी आपने हाथों पे सजा लेना
.. .....................................................

प्यासे को एक कतरा पानी काफी हे ,
इश्क में चार पल की जिंदगी काफी हे ,
डूबने को समंदर में जाए कहा ,
आपकी आंखों से टपका वो पानी काफी हे......

Dil ki kahani

Ankhey to pyar me dil ki zuban hoti he ,
Sachi chahat to sada bezuban hoti he ,
pyar me dard bhi miley to kya ghabrana ,
suna he dard se chahat aur jawa hoti he
.....................................................

Jane Kya soch kar lahre sahil se ,
Takra ke laut jati he ,
Samajh me nahi aata vo kinare se bewafai karti he ,
ya laut kar samundar se wafa nibhati he
... .....................................................

Mere Haathon Se Gir Gai Lakire Kahi ,
Bhool Aaye Hum Aapni Takdirey kahi ,
Agar Mile Tumko Kahi Too Utha Lena ,
Mere Hissey Ki Har Khushi Aapne Haathon Pe Saja Lena
.. .....................................................

Pyase Ko Ek Katra Pani Kafi He ,
Ishq Me Chaar Pal Ki Zindagi Kafi He ,
Dubne Ko Samandar Me Jaye Kaha ,
Aapki AankhoN Se Tapka Vo Pani Kafi He......

Thursday, August 20, 2009

मोहब्बत नहीं है कोई किताबों की बाते

मोहब्बत नहीं है कोई किताबों की बाते!
समझोगे जब रो कर कुछ काटोगे रातें!

जो चोरी हो गया तो पता चला दिल था हमारा!
करते थे हम भी कभी किताबों की बाते!



दोस्ती इन्सान की ज़रुरत है!

दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है!

आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ!

वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है!


इस से पहले कि दिलो में नफरत जागे!
आओ एक शाम मोहब्बत में बिता दी जाये!

करके कुछ मोहब्बत की बातें!

इस शाम की मस्ती बड़ा दी जाये!


कशिश होनी चाहिए किसी को याद करने की!
लम्हे तो अपने आप मिल जायेंगे!
वक़्त होना चाहिए किसी को मिलने का!
बहाने तो अपने आप मिल जायेंगे!



तेरे बिना जिन्दगी हम जिया नहीं करते!
धोखा किसी को हम दिया नहीं करते!
जाने कैसे तुमसे दोस्ती हो गई!
वरना दोस्ती हम किसी से किया नहीं करते!


देखो मेरी आँखों में ख्बाब किसका है!
देखो मेरे दिल में तूफ़ान किसका है!
तुम कहते हो मेरे दिल के रास्ते से कोई नहीं गुज़रा!
तो फिर यह पैरों के निशान किसके हैं!


हमारे आंसू पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं!
इसी अदा से वो दिल को चुराते हैं!
हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को!
इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं!



दिल तोड़ना सजा है मुहब्बत की!
दिल जोड़ना अदा है दोस्ती की!
मांगे जो कुर्बानियां वो है मुहब्बत!
और जो बिन मांगे कुर्बान हो जाये वो है दोस्ती!